जिंदगी की इन राहों में हर कदम है इम्तिहान ...
किन को अपनाएंगे किन से मुंह मोड़ेंगे इन से होगी हमारी पहचान ...
बिना आस के बिना चाह के किसी के काम आना ...
बिना किसी उम्मीद के किसी का हाथ बटाना ...
इसी को कहते हैं सच्चाई से जीना। …
इसे कभी न भूले हम जीते जी ....
जीने की राह यही है सही.....
किन को अपनाएंगे किन से मुंह मोड़ेंगे इन से होगी हमारी पहचान ...
बिना आस के बिना चाह के किसी के काम आना ...
बिना किसी उम्मीद के किसी का हाथ बटाना ...
इसी को कहते हैं सच्चाई से जीना। …
इसे कभी न भूले हम जीते जी ....
जीने की राह यही है सही.....