Apr 26, 2013

रुके न तू , झुके न तू ....(हरिवंश राय बच्चन )


धरा  हिला , गगन  गूंजा !
नदी  बहा , पवन  चला !
विजय  तेरी , वजह  तेरी !
ज्योत  सी  जल , जल  जला!
भुजा  भुजा, फड़क  फड़क !
रक्त  में , धड़क  धड़क !
धनुष  उठा , प्रहार  कर !
तू  सबसे  पहले  वार कर !
अग्नि  सी  धधक  धधक !
हिरन  सी  सजग  सजग !
सिंह  सी  धाहड़ कर !
शंख  सी  पुकार  कर !
रुके  न  तू , थके  न  तू !
झुके  न  तू , थामे  न  तू !
सदा  चले , थके  न  तू !
रुके  न  तू , झुके  न  तू !

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