- घंटे कितने ही क्यों न हों, समय ठहरता थोड़े ही है।
- डर का कारण मालूम हो जाने डर आधा ही रह जाता है।
- तीर्थयात्रा सहज नहीं होती।
- पृथ्वी में ऐसा कौन सा काम है जो प्रयत्न करने से सफल नहीं हो सकता।
- जितना महत्वपूर्ण हिन्दुओं के लिए काशी मुसलमानों के लिए मक्का है उतना ही महत्वपूर्ण तिब्बतियों के लिए ल्हासा है।
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