Sep 15, 2016

चलते चलते (19 )


खामोश जिंदगी जो बसर कर रहें हैं हम ...
गहरे समुंदरों में सफर कर रहे हैं हम ....

इक बगल में चाँद होगा -पियूष मिश्रा

इक बगल में चाँद होगा इक बगल में रोटियां 
इक बगल में नींद होगी इक बगल में लोरियां ...
हम चाँद पे रोटी की चादर दाल कर सो जायेंगे
और नींद से कह देंगे लोरी कल सुनाने आएंगे 

इक बगल में खनखनाती सीपियाँ हो जाएँगी

इक बगल में कुछ रुलाती सिसकियाँ हो जाएँगी
हम सीपियों में भर के सरे तारे छू के आएंगे
और सिसकियों को गुदगुदी कर कर के यूँ बहलायेंगे

अम्मा तेरी सिसकियों पे कोई रोने आएगा
कोई रोने आएगा
गम न कर जो आएगा वो फिर कभी न जायेगा
याद रख पर कोई अनहोनी नहीं तू लाएगी
लाएगी तो फिर कहानी और कुछ हो जाएगी

होनी और अनहोनी की परवाह किसे है मेरी जान
हद से ज्यादा ये ही होगा की यहीं मर जायेंगे
हम मौत को सपना बता कर उठ खड़े होंगे यहीं
और होनी को ठेंगा दिखा कर खिलखिलाते जायेंगे 

Sep 2, 2016

11 Must do things In Delhi

In this blog let me share my list of "11 must do things in New Delhi".
1. Plan a visit to Hazrat Nizamuddin's dargah in Nizamuddin area on a Thursday or Saturday evening and attend a Qawwali their. It is a perfect soul healing experience.
2.  Go to Akshardham. Keep 5-6 hour for it and do attend water show and exhibitions.
3.  Visit Gurudwara Bangla Sahib. Work there voluntarily as a sewadar.
4. Go to Lotus Temple and do some meditation. A perfect place to interact with yourself.
5.  Going to any ISKCON temple can be a good experience but attending an evening prayer can change your life.
6. Take a walk in evening around India Gate and surroundings. You will be mesmerized by it.
7. Visit Humayun's Tomb. It is Tajmahal of stone.
8. Go to Qutubminar. Read its history, before going there.
9. Visit Jantar Mantar nd try to measure time by ancient methods.
10. For cheap and bargained shopping, go to Karol bagh.
11. How many places have a gali name on paranthas. Well delhi has one. Visit Paranthe wali gali.  

Ekla Chalo Re (In Hindi)

तेरी आवाज़ पर कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे
फिर चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे
ओ तू चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे

तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे
फिर चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे

यदि कोई भी ना बोले ओरे ओ रे ओ अभागे कोई भी ना बोले
यदि सभी मुख मोड़ रहे सब डरा करे
तब डरे बिना ओ तू मुक्तकंठ अपनी बात बोल अकेला रे
ओ तू मुक्तकंठ अपनी बात बोल अकेला रे

तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे

यदि लौट सब चले ओरे ओ रे ओ अभागे लौट सब चले
यदि रात गहरी चलती कोई गौर ना करे
तब पथ के कांटे ओ तू लहू लोहित चरण तल चल अकेला रे

तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे

यदि दिया ना जले ओरे ओ रे ओ अभागे दिया ना जले
यदि बदरी आंधी रात में द्वार बंद सब करे
तब वज्र शिखा से तू ह्रदय पंजर जला और जल अकेला रे
ओ तू हृदय पंजर चला और जल अकेला रे

तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे
फिर चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे
ओ तू चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे