Dec 11, 2014

गुफ्तगू (4)

मेरे कारनामा-ऐ-जिंदगी मेरी हसरतों के सिवा कुछ नहीं...
यह किया नहीं...वो हुआ नहीं...यह मिला नहीं...वो रहा नही......

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